उद्धव ठाकरे समर्थक 4 लोकसभा सांसदों की बढ़ी मुश्किलें, जानें क्या हैं कारण

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शिंदे गुट की ओर से ठाकरे गुट के सांसदों को नोटिस भेजा गया है. शिंदे गुट ने हाल ही में हुए संसद के विशेष सत्र के दौरान व्हिप को खारिज करने के लिए ठाकरे गुट के सांसदों को जिम्मेदार ठहराया है. शिंदे गुट की ओर से नोटिस जारी कर आरोप लगाया गया है कि सांसद विनायक राउत, राजन विखारे, संजय जाधव और ओमराज निंबालकर ने व्हिप मानने से इनकार कर दिया है. शिंदे गुट के सांसद राहुल शेवाले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि इन सांसदों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

राहुल शेवाले का आरोप है कि कानूनन पार्टी का नाम और निशान एकनाथ शिंदे के साथ है और सभी सांसद शिवसेना के हैं और वो लोकसभा में उन सांसदों के ग्रुप लीडर के तौर पर व्हिप जारी किये थे, लेकिन व्हिप का उल्लंघन किया गया और वोटिंग के दौरान विनायक राउत, राजन विचारे, संजय जाधव, ओमराजे निंबालकर अनुपस्थित थे.

बता दें कि ये चारों सांसद ठाकरे गुट के हैं. उन्होंने कहा कि कि इसके अलावा हमने एक बैठक भी बुलाई थी. उस बैठक में भी लोकसभा के ये चार सांसद नहीं आए थे. सीएम शिंदे ने इन चारों सांसदों पर कार्रवाई करने के आदेश दिया है. अब हम इन चारों सांसदों पर कार्रवाई करने वाले हैं.

उद्धव गुट के 4 सांसदों को नोटिस

उन्होंने कहा कि सांसद भावना गवली हमारी पार्टी की सचेतक हैं. लोकसभा अध्यक्ष ने इसकी आधिकारिक मंजूरी दे दी है. इस नियुक्ति को लेकर किसी भी न्यायालय में कोई मामला लंबित नहीं है. नियुक्ति के संबंध में उच्च या उच्चतम न्यायालय द्वारा कोई आदेश पारित नहीं किया गया है. राहुल शेवाले ने कहा कि इसलिए हमारे द्वारा दिया गया नोटिस आधिकारिक है.

उन्होंने कहा कि हम अपनी पार्टी के नेता एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में काम कर रहे है. उनके आदेश पर ही हमने व्हिप जारी किया. 18 सितंबर से 22 सितंबर तक हमने व्हिप जारी किया. इस दौरान बेहद अहम बिल पेश किए गए. इसी अवधि के दौरान ऐतिहासिक महिला आरक्षण विधेयक पेश किया गया था. इसे मंजूरी भी दे दी गई.

उन्होंने कहा कि यह देश भर की महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण बिल है. हमने इस बिल के लिए व्हिप जारी किया था लेकिन कुछ सांसदों ने इसका पालन नहीं किया. राहुल शेवाले ने कहा कि इसलिए हमने उन्हें नोटिस भेजा है.

व्हिप पालन नहीं करने का आरोप

उन्होंने कहा कि इस महिला आरक्षण को लेकर बाला साहेब ठाकरे ने भी अपनी स्थिति स्पष्ट की थी. एकनाथ शिंदे अपने विचारों को विरासत में लेकर काम कर रहे हैं. इस बिल के समर्थन में वोट करने के लिए व्हिप जारी करने को कहा गया. लेकिन इन सांसदों ने इस बिल पर वोटिंग के दौरान गैरहाजिरी दिखाई. इसलिए हम उनके खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं.

इस बीच इस नोटिस के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में ठाकरे सांसद संजय राउत से इस संबंध में सवाल पूछा गया. तब उन्होंने एक वाक्य में उत्तर देते हुए कहा, “इससे हमारा क्या भला होगा? अगले चुनाव के बाद ये लोग कहीं नहीं रहेंगे. मौजूदा सांसदों में से कोई भी संसद में नहीं होगा. मुख्यमंत्री समेत एक भी विधायक विधानसभा में नहीं होगा. संजय राऊत ने कहा, यह निश्चित है.

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