ट्विटर पर ‘उड़ता बिहार, मरता भूमिहार’ टॉप ट्रेंड कर रहा है। इस हैशटैग पर ट्वीट कर बिहार में जातीय टकराव की वापसी की बात कह रहे हैं और राज्य सरकार से अपनी नाराजगी जता रहे हैं। दरअसल, इस हैशटैग की शुरुआत अखबार की एक खबर से हुई है, जो गया जिले के कोंच थाना क्षेत्र के सिंदुआरी गांव की है।
#उड़ता_बिहार_मरता_भूमिहार we are soft target for both cast based party JDu and Rjd.@BhuMantra pic.twitter.com/LSrA557p2I
— Avinash Kumar (@Avinash132398) May 7, 2020
दरअसल, इस गांव में बुधवार को चार लोगों को गोली मार दी गई, जिसमें दो की मौत हो गई जबकि दो घायल हो गए। बताया जा रहा है कि पंखा खरीदने कोंच बाजार में गए युवक से विवाद हुआ था। इस मामले में जदयू के जिला सचिव सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
https://twitter.com/PratyushSuman5/status/1258351608439754752
राजन नामक ट्विटर हैंडल से लिखा है कि बिहार में जातीय हिंसा वापस लौट गई है। गया जिले में भूमिहार जाति के पांच निहत्थे लोगों को दिनदहाड़े गया जिले में गोली मार दी गई। यह घटना भूमिहारों को अपनी आत्मरक्षा के लिए फिर से रणवीर सेना के गठन के लिए प्रेरित कर सकती है।
#उड़ता_बिहार_मरता_भूमिहार
Who will care of SC and ST act if in Day light anybody will kill Bhumihr and Govt will sleep just because victim is Bhumihar.— Militant (@_VigilantIndia) May 7, 2020
एक अन्य ट्विटर हैंडल से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जातीय हिंसा रोकने की मांग की गई है। एक व्यक्ति ने लिखा है कि इस लकवा ग्रस्त सरकार के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है। साकेत बिहारी शर्मा ट्विटर हैंडल से आग्रह किया गया कि इस मामले में केंद्र सरकार अवश्य राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगे। कुछ लोगों ने इस मामले में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से हस्तक्षेप की मांग की है।
#उड़ता_बिहार_मरता_भूमिहार@NitishKumar ji, completely failed to maintain law and order in Bihar, the same things that were happening during Lalu Raj, are still happening today. Crime against Brahmin-Bhumihar, a caste targeted by criminals, is increasing.
— Damodar Pathak (@impathakdamodar) May 7, 2020