Kanwar Yatra: 15 दिन बाद सावन का महीना शुरू हो रहा है. सावन शुरू होते ही उत्तर भारत में भगवान शिव की भक्ति का अनोखा रूप देखने को मिलता है. उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में करोड़ों शिवभक्त पवित्र नदियों ने जल लाकर भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं.
सावन का पूरा माह बम भोले के नारों से गुंजायमान रहता है. पूरा महीने जगह-जगह कांवर यात्रा चलती रहती है. पिछले साल 2019 में सावन के महीने में 4 करोड़ से अधिक भक्त हरिद्वार गए थे.
लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा, कोरोना वायरस के चलते उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा सरकार ने इस बार कांवर यात्रा पर रोक लगा दी है. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा ने मिलकर फैसला लेते हुए 6 जुलाई से शुरू होने वाली कांवर यात्रा की अनुमति नहीं देने का फैसला किया है.
UP CM Yogi Adityanath held discussion via video conferencing with Haryana CM ML Khattar & Uttarakhand CM Trivendra Singh Rawat. The 3 CMs have decided to postpone this year's Kanwar Yatra in the wake of #COVID19 pandemic,as suggested by religious leaders & kanwar orgs (file pics) pic.twitter.com/japRHXHyTt
— ANI UP (@ANINewsUP) June 21, 2020
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड व हरियाणा के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और मनोहर लाल खट्टर के बीच शनिवार देर रात एक वीडियो-कॉन्फ्रेंस के बाद कांवर यात्रा की अनुमति नहीं देने का फैसला आया.
मुख्यमंत्री योगी ने आला पुलिस अधिकारियों और कमिश्नरों को भी धार्मिक नेताओं, कांवर संघों और शांति समितियों को फैसले के बारे में सूचित करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने कहा है कि धार्मिक नेताओं और कांवर संघों को भक्तों से अपील करनी चाहिए कि वे इस साल महामारी के मद्देनजर यात्रा न निकालें. सावन के महीने में शिव मंदिरों में कोविड-19 प्रोटोकॉल को भी सख्ती से लागू करने का निर्णय लिया गया है.