Mumbai. ड्रग मामले में एनसीबी ने रिया चक्रवर्ती को गिरफ्तार कर लिया है. इसके बाद एनसीबी ने रिया का मेडिकल टेस्ट करवाया। रिया का कोरोना टेस्ट भी हुआ. रिपोर्ट निगेटीव आई है.
इधर, एनसीबी ने रिया को कोर्ट में पेश कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत की मांग की है. इस बीच रिया के वकील सतीश मानशींदे ने जमानत अर्जी भी दी है, जिसके जवाब में एनसीबी ने अपना पक्ष रखा. इसके बाद कोर्ट ने रिया चक्रवर्ती को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
रिमांड कॉपी में रिया के ड्रग लेने का जिक्र नहीं
एनसीबी ने रिया को गिरफ्तार कर जो रिमांड कॉपी तैयार की है, उसमें रिया के ड्रग लेने का जिक्र नहीं है. रिमांड कॉपी के अनुसार, रिया ड्रग्स मुहैया करवा रही थीं. वह पेडलर के संपर्क में थी. सुशांत के कहने पर पेडलर्स को पैसे रिया ने जरूर दिए थे. रिमांड कॉपी में कहा गया है कि शौविक के जरिए रिया तक ड्रग्स आते थे. ड्रग पेडलर ड्रग्स सैमुअल मिरांडा, दीपेश सावंत को देते थे. बाद में ये ड्रग्स रिया के जरिए सुशांत तक पहुंचते थे. रिया के जरिए ड्रग पेडलर को पेमेंट करवाया जाता था, जो पैसे सुशांत देते थे.
रिया ड्रग सिंडिकेट की ऐक्टिव सदस्य: एनसीबी
रिमांड कॉपी में यह भी कहा गया है कि शौविक, सैमुअल, दीपेश के पास से कोई ड्रग्स नहीं मिले हैं. शौविक चक्रवर्ती द्वारा अब्दुल बासित परिहार और जैद विलात्रा के जरिए ड्रग फैसिलिटेट किया जाता था. सैमुअल मिरांडा और दीपेश सावंत इस ड्रग को पेडलर्स से लेते थे. रिया और सुशांत इसके लिए पेमेंट देखते थे.
रिमांड कॉपी में एनसीबी ने लिखा है कि शौविक या रिया ने ड्रग्स सीधे तौर पर नहीं खरीदे. दोनों ड्रग्स मुहैया करवाने जरूर भागीदार थे. ड्रग्स के लिए पैसों के लेन-देन में रिया और सुशांत की भागीदारी थी. रिमांड कॉपी में कहा गया है कि रिया चक्रवर्ती इस ड्रग सिंडिकेट की ऐक्टिव मेंबर हैं. वह शौविक, सैमुअल और दीपेश को ड्रग्स लेने के लिए निर्देश देती थीं. पैसों का लेन-देन देखती थीं.