नालंदा: वैश्विक महामारी कोरोना ने रिश्ते-नाते को दूर तो किया ही, साथ ही मानवता को भी खत्म कर दिया है. ऐसा ही एक मामला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा के जिला मुख्यालय बिहारशरीफ में देखने को मिला. यहां मानवता को शर्मसार करते हुए कोरोना संक्रमण से मौत के बाद एक व्यक्ति के शव को नगर निगम के कचरा उठाने वाला ठेला पर ले जाया गया. इसका वीडियो वायरल हो रहा है.
वीडियो में दिख रहा है कि नगर निगम के सफाईकर्मी पीपीई किट पहनकर शव को बिहारशरीफ के 17 नंबर स्थित शवदाह गृह ले जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि ये शव सोहसराय थाना क्षेत्र स्थित जलालपुर मोहल्ला के रहने वाले मनोज कुमार उर्फ गुड्डू की है. वो जलालपुर मोहल्ला में किराए के मकान में अपनी मां और पत्नी के साथ रहता था. कोरोना से गुड्डू की मौत 13 मई को ही हो गई थी. उसकी मौत के बाद नगर निगम वार्ड नंबर- 8 के वार्ड पार्षद ने अंतिम संस्कार करवाने की बात कही. इसके बाद गुड्डू के शव को नगर निगम के कचरा उठाव ठेला से ले जाया गया.
इस मामले को लेकर जलालपुर सेवा समिति ने नगर निगम पर गंभीर आरोप लगाया है. सेवा समिति ने कहा कि नगर निगम ने घोषणा किया था कि जिन लोगों का कोई नहीं है, वैसे लोगों का अंतिम संस्कार के लिए कमेटी बनाई गई है. नगर निगम के वाहन से शव ले जाया जाएगा. लेकिन इस मामले में नगर निगम ने शव उठाने के लिए 22 हजार रूपये की मांग की. इन लोगों ने 16500 रुपये दिए. इसके बाद नगर निगम ने कचरा उठाने वाले ठेला पर शव को अंतिम संस्कार के लिए भेजा.
स्थानीय लोगों ने वार्ड पार्षद पर अवैध वसूली का आरोप लगाया. साथ ही लोगों ने सीएम नीतीश कुमार, डीएम और सांसद सहित अन्य अधिकारियों को आवेदन देकर मामले की जांच की मांग की है. हालांकि इस मामले पर वार्ड पार्षद ने अवैध वसूली के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया और राजनीति कर आरोप लगाने की बात कही.