लॉकडाउन बढ़ाए जाने के चलते रेलवे ने अपनी सभी यात्री ट्रेनों को 17 मई तक कैंसिल कर दिया है, लेकिन राज्यों की मांग पर लेबर, छात्र और अन्य जरूरतमंद लोगों को उनके घर पहुंचाने के लिए स्पेशल ट्रेनों को चलााया जा रहा है। रेलवे की ओर से चलाई जा रही ये श्रमिक स्पेशल ट्रेनें राज्यों की मांग के आधार पर चलाई जा रही हैं।
इस तरह बुक करें अपनी सीट
इन ट्रेनों में सिर्फ उन यात्रियों को ही ले जाया जा रहा है जिनकी सूची राज्यों की ओर से दी जा रही है। सभी राज्यों ने अपने नागरिकों को निकालने के लिए रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू की है। ऐसे में अगर आपको इन स्पेशल ट्रेनों के जरिए अपने घर जाना है तो आपको अपने राज्य की ओर से शुरू की गई सुविधा के तहत रजिस्ट्रेशन कराना होगा। आपके राज्य के जरिए ही आपको ट्रेन में यात्रा के लिए टिकट दिया जाएगा।
गृह मंत्रालय ने किया ये फैसला
गृह मंत्रालय की ओर से जारी दिशा-निर्देश के अनुसार, लॉकडाउन के कारण अलग-अलग स्थानों पर फंसे प्रवासी मजदूरों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों को विभिन्न स्थानों पर ले जाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला लिया गया है।
इन नियमों के तहत चलेगी ट्रेन
प्रोटोकॉल्स के मुताबिक फंसे हुए लोगों को भेजने वाले और रिसीव करने वाले दोनों राज्य सरकारों के अनुरोध पर ये विशेष रेलगाड़ियां एक जगह से दूसरी जगह के बीच चलेंगी। रेलवे और राज्य सरकारों के बीच सामंजस्य और श्रमिक स्पेशल्स ट्रेन चलाने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। प्रोटोकॉल के मुताबिक यात्रियों को भेजने वाले राज्यों की ओर से यात्रा कर रहे यात्रियों की जांच की जाएगी और यात्रा की अनुमति केवल उन्हीं लोगों को दी जाएगी जिनमें कोई लक्षण नहीं पाया जायेगा।
भेजने वाली राज्य सरकारों को इन लोगों को ट्रेन में बिठाने के लिए निर्धारित रेलवे स्टेशन तक सैनिटाइज्ड बसों में बैठाकर सामाजिक दूरी के नियमों और अन्य सावधानियों का पालन करते हुए जत्थों में लाना होगा। प्रत्येक व्यक्ति के लिए फेस कवर लगाना अनिवार्य होगा। भेजने वाले राज्यों द्वारा शुरुआती स्टेशन पर उनके लिए भोजन और पानी उपलब्ध कराया जाएगा।