Ranchi: ‘नो स्कूल नो फीस’ के मुद्दे पर झारखंड अभिभावक संघ राज्यस्तरीय चरणबद्ध आंदोलन करेगा. शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के मौखिक आदेश के बाद भी निजी स्कूलों की ओर से फीस की उगाही को लेकर निर्णय लिया गया है. इसके साथ ही संघ ने प्रदेश कमिटी का विस्तार करते हुए 16 जिलाध्यक्षों का मनोनयन किया. मनोनीत पदाधिकारियों का कार्यकाल दो वर्षों का होगा.
संघ के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि शिक्षा मंत्री के मौखिक आदेश को निजी स्कूलों ने अनसुना कर दिया. लिखित अधिसूचना और आदेश जारी करने में सरकार के स्तर से हो रही देरी का लाभ निजी स्कूल उठा रहे हैं. इसी मुद्दे को ध्यानार्षण करने के लिए आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि 26 जून से 30 जून तक सरकार के ध्यानार्षण के लिए राज्यव्यापी कार्यक्रम तय किए गए हैं. इसके बाद भी विभाग की ओर से कोई आदेश जारी नहीं किया जाता है तो तीन जुलाई से संघ हंगर स्ट्राइक भी करेगा.
प्रदेश कमिटी का हुआ विस्तार
सत्र 2020-22 के लिए झारखंड अभिभावक संघ की प्रदेश कमिटी का विस्तार किया गया है. जिसमें प्रदेश अध्यक्ष अजय राय होंगे. वहीं उपाध्यक्ष संजय चटर्जी ( देवघर ), लाल ओंकार नाथ शाहदेव ( लोहरदगा )और अप्पु तिवारी ( जमशेदपुर ) होंगे. महासचिव राजेश शर्मा रोमी ( रांची ) और सचिव राकेश कुमार मधुप ( बोकारो ) को बनाया गया है. इनके अतिरिक्त कई अन्य लोगों को कमिटी में रखा गया है. साथ ही 16 जिलों में जिलाध्यक्षों का मनोनयन भी किया गया.
ऐसी है आंदोलन की रूपरेखा
संघ की ओर से आंदोलन की रूपरेखा भी तय कर दी गई है. 26 जून को नो स्कूल नो फीस पर सांकेतिक उपवास एवं सोशल मीडिया द्वारा झारखंड सरकार का ध्यानाकर्षण किया जाएगा. 27 जून को जिला शिक्षा विभाग के समक्ष झारखंड अभिभावक संघ के पांच प्रतिनिधियों एवं अभिभावकों द्वारा सांकेतिक धरना और मांग पत्र सौंपा जायेगा. 28 जून को प्रदेश इकाई द्वारा मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा जाना तय हुआ है.
29 जून को राजभवन और सभी जिलों के जिला शिक्षा विभाग के समक्ष धरना दिया जायेगा. 30 जून को ट्विटर अभियान हैश टैग के तहत राज्य एवं केंद्र सरकार को ट्वीट के जरिए #NoSchoolNoFees और #NoVaccineNoSchool द्वारा ध्यान आकर्षित किया जाएगा. वहीं तीन जुलाई को मांग अनुसनी होने की स्थिति में अनिश्चितकालीन हंगर स्ट्राइक होगा.