मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जो लोगों के लिए मेहनत की मिसाल पेश करेगी। छिंदवाड़ा के सावलेवाड़ी में एक किसान के बेटों ने बैल की जगह खुद लग कर 2.15 एकड़ खेत जोत डाला।
दरअसल, किसान के पास दो बैल थे, जिसमें से एक की मौत हो गई और दूसरा कुछ समय बाद बीमार हो गया। खेत में भिंड़ी की फसल लगाने की पूरी तैयारी की जा चुकी थी, ऐसे में किसान पिता ने हल की मुठ्ठी पकड़ी और बेटे बैल बनकर खेत में चल पड़े।
जानकारी के मुताबिक किसान ने गोभी सहित अन्य फसल लगाई थीं, जो लॉकडाउन के कारण खराब हो गई। फसल खराब होने के कारण किसान की माली हालत बिगड़ गई थी, वह खेत जोतने के लिए बैल का इंतजाम नहीं कर सकता था। मजबूरी में किसान ने भिंडी लगाने के लिए अपने दो बेटों से ही बैल की जगह हल जुतवा दिया।
बताया जा रहा है कि किसान ने ना तो कभी कोई कर्जा लिया और ना ही उसने कभी प्रशासन से मदद मांगी। इसके कारण स्थानीय स्तर पर अधिकारियों को इसकी कोई जानकारी नहीं मिल पाई।
गौरतलब है कि किसान जयदेव दास के दो बेटे हैं। एक का नाम राजेश और दूसरे का नाम देव है। दोनों ही बेटे मजदूरी करते है और पिता के साथ खेत में काम भी करते हैं।