पुलिस को अब तक आपने कानून का पालन कराते, सख्ती दिखाते और समाजसेवा सख्ती के कुछ रूपों में ही देखा होगा। लेकिन किसी अधिकारी को बकायदा शादी के मंत्र पढ़कर फेरे करवाते शायद ही देखा-सुना हो। लॉकडाउन में ऐसी भी एक शादी हुई, जिसमें वर्दी पहनी एस आई पंडित बन गई।
दरअसल, मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले में शादी के लिए वर-वधू पक्ष को जब कोई पंडित नहीं मिला तो भ्रमण पर निकलीं महिला एसआई को ही शादी के मंत्र पढ़ने पढ़े और सात फेरे कराए। एसआई ने सात वचनों के साथ ही वर-वधू को कानून की भी जानकारी दी। यह शादी नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव तहसील के ग्राम झोंतेश्वर में हुई है।
क्यों हुआ ऐसा
नरसिंहपुर जिले के श्रीनगर गांव के रहने वाले लक्ष्मण की शादी इतवारा बाजार निवासी ऋतु से तय थी। लॉकडाउन की वजह शिव पार्वती मंदिर में दोनों परिवार के 8 लोग शादी के लिए पहुंचे लेकिन वहां कोई पंडित मौजूद नहीं था। जिसकी वजह से शादी की रस्में शुरू नहीं हो पा रही ती।
झोंतेश्वर चौकी प्रभारी एसआई अंजली अग्निहोत्री ने बताया कि भ्रमण के दौरान जब वह मंदिर पहुंची तो वर-वधू के परिवार ने समस्या बताई और फेरे कराने के लिए उनसे ही मंत्रोच्चारण करने कहा। जिससे उन्हें मौके की स्थिति और ग्रामीणों के आग्रह पर मंत्र पढ़ना पढ़े।
गूगल का लिया सहारा, बताशे के बदले बुलाई शक्कर
शादी में यह भी रोचक रहा कि लक्ष्मण का परिवार पूजन में लगने वाली कई सामग्री नहीं ले पाया था सिर्फ नारियल ही थे, बताशे भी नहीं थे। जिससे एसआई अंजली ने ही कहीं से शकर मंगाई ताकि मीठा की कमी पूरी हो सके। कुछ फूलों का प्रबंध किया, जब मंत्र पढ़ने की बारी आई तो कुछ मंत्र अंजली ने पढ़ना शुरू किया और फिर मोबाइल में गूगल पर विवाह पद्धति सर्च कर शेष जरूरी मंत्रों को पढ़कर विवाह पूरा कराया।
हवन वेदी के बदले दीप प्रज्वलित कर कराए सात फेरे
एसआई अंजली ने बताया कि मंदिर बंद था जिससे मंदिर की परिक्रमा( गैलरी) में फेरे के लिए हवन वेदी के स्थान पर दिया जलाकर रखा गया, मंत्रो के साथ दिये और मंदिर के फेरे कराए गए। परिणय के सात वचनों के साथ वर वधू को कानूनी प्रावधान बताए गए। पूरे कार्यक्रम दौरान लॉक डाउन के नियमो का पूरी तरह पालन कराया गया।