Ujjain: कानपुर का कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे (vikas dubey encounter update) को यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। गिरफ्तारी के बाद भी वह पुलिस वालों को उज्जैन (ujjain police) में ताव दिखा रहा था और अपने खौफ का परिचय दे रहा था। इस बीच उज्जैन पुलिस के एक जवान ने उसे जोरदार तमाचा जड़ दिया। आइए हम आपको बताते हैं कि उज्जैन पुलिस के उस ‘राउडी राठौर’ के बारे में।
फिल्म ‘राउडी राठौर’ (Rowdy Rathore of Ujjain Police) की कहानी तो हम सभी जानते हैं। विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद उज्जैन पुलिस के जवान विजय राठौर ने ‘राउडी राठौर’ के किरदार को रियल में निभाया है। विकास दुबे की पूरी अकड़ इस जवान के एक झन्नाटेदार थप्पड़ के बाद ढिली पड़ गई। गिरफ्तारी के बाद पुलिस के जवान विकास की गर्दन पकड़ कर ले जा रहे थे। उसके बाद विकास ने धौंस जमाने के लिए जवानों से कहा कि मैं कानपुर वाला विकास दुबे हूं। मीडिया के कैमरे को देख वह जोर से चिल्ला रहा था। तभी जवान ने एक जोरदार थप्पड़ लगाया, तो वह शांत हो गया।
विजय राठौर ने जड़ा थप्पड़
गैंगस्टर विकास दुबे को थप्पड़ मारने वाले जवान का नाम विजय राठौर है। इनकी ड्यूटी मंदिर के पास स्थित महाकाल चौकी के पास है। थप्पड़ मारते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विजय राठौर ने कहा कि वह पुलिस हिरासत में वह अकड़ दिखा रहा था। साथ ही कई बार भागने की कोशिश भी कर रहा था। इसलिए उसे थप्पड़ जड़ दिया।
गर्दन पकड़ने से गुस्से में था विकास
कानपुर में गैंगस्टर विकास का खौफ था। पुलिस वाले भी उसके दरवाजे पर सलाम ठोकने आते थे। गुरुवार को उज्जैन में गिरफ्तारी के बाद पुलिस कर्मी जब गर्दन पकड़ कर उसे घसीटने लगे तो उस्से गुस्सा आ गया। वह चिल्ला-चिलाकर कहने लगा कि मैं कानपुर वाला विकास दुबे हूं। जैसे जवान ने उसे सिर पर एक जोरदार थप्पड़ जड़ा, तो उसकी अकड़ ढिली पड़ गई।
यूट्यूब वीडियो से पहचाना
जवान विजय राठौर ने बताया कि उसके बारे में हम लोगों को जब खबर मिली तो उसे हिरासत में लिया। हिरासत के दौरान वह अपनी पहचान गलत बता रहा था। साथ ही फर्जी कार्ड भी दिखा रहा था। मैं यूट्यूब पर लगातार उसकी खबरें देखता था। साथ ही उसके हुलिया से अवगत था। तस्दीक करने के लिए हमने फिर से वीडियो देखा। उसके बाद वरीय अधिकारियों को सूचना दी।
धक्कामुक्की करने लगा
उज्जैन पुलिस के ‘राउडी राठौर’ ने कहा कि पुलिस हिरासत में भी वह जवानों के साथ धक्कामुक्की कर रहा था। इस दौरान हमारे एक साथ की घड़ी गिर गई थी। साथ ही वह भागने की कोशिश भी कर रहा था। लेकिन अपने मंसूबे में वह कामयाब नहीं हो पाया।
विकास दुबे का हुआ एनकाउंटर
गिरफ्तारी के बाद उज्जैन पुलिस ने विकास दुबे से करीब 8 घंटे तक पूछताछ की थी। उसके बाद यूपी पुलिस को गुना बॉर्डर पर जाकर हैंडओवर कर दिया था। यूपी पुलिस की टीम उसे एमपी से लेकर जा रही थी और कानपुर में गाड़ी पलटने के बाद वह भागने की कोशिश करने लगा। इस दौरान एसटीएफ के साथ उसकी मुठभेड़ हुई और विकास दुबे को मार गिराया गया है।