Siwan Hindi News: यूपीएससी की परीक्षा में 16वां रैंक हासिल करने वाले शिशिर कुमार सिंह मूल रूप से सिवान जिले के भगवानपुर हाट प्रखंड के बनपुरा निवासी सिंहासन सिंह के एकलौते पुत्र हैं। पिता यूपी के बलिया में दवा की कंपनी में मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव (एमआर) हैं। ऐसे में परिवार बलिया में ही शिफ्ट हो गया है। लेकिन यूपीएससी में शिशिर का चयन होने के बाद परिवार को सबसे पहले अपने गांव और कुलदेवी की याद आई। जिसके बाद पूरा परिवार गांव बनपुरा पहुंच कर माता रानी के मंदिर में मत्था टेका। इधर, गांव के लोग भी शिशिर के इस उपलब्धि पर फूले नहीं समा रहे हैं। आखिर पहली बार गांव का कोई लाल इतनी बड़ी सफलता हासिल किया है। सुबह जब लोगों को जानकारी मिली कि शिशिर गांव आ रहे हैं तो उनके दरवाजे पर लोगों के आने का तांता लग गया। माता-पिता के साथ जब शिशिर पहुंचे तो सबने उनका स्वागत किया और बधाइयां दी।
शिशिर का बचपन गांव में लेकिन शिक्षा बलिया और झारखंड से हुई
शिशिर कुमार सिंह का जन्म बनपुरा गांव में ही हुआ था। यहीं उनका बचपन भी बीता। लेकिन जब पढ़ाई लिखाई की उम्र हुई तो वे अपने पिता के पास बलिया रहने लगे। दरअसल, शिशिर के पिता सिंहासन सिंह बलिया में दवा कंपनी में एमआर हैं। ऐसे में उनकी प्रारंभिक शिक्षा उत्तर प्रदेश के बलिया से हुआ है। यहीं से मैट्रिक की परीक्षा पास करने के बाद शिशिर झारखंड के बोकारो के डीपीएस से बारहवीं पास किया। उसके बाद धनबाद के आईएसएम से बीटेक किया ।
नौकरी छोड़ UPSC की तैयारी के लिए दिल्ली पहुंचे
बीटेक करने के बाद शिशिर कुमार बैंगलोर की एक कंपनी में नौकरी करने लगे। लेकिन तभी उन्हें UPSC करने की ठानी। इसमें परिवार ने भी पूरा साथ दिया। शिशिर एक साल बाद ही बैंगलोर की कंपनी की नौकरी छोड़ कर दिल्ली में अपनी ठिकाना बना लिया। यहां उन्होंने जम कर तैयारी की। तीन बार वे यूपीएससी की परीक्षा में शामिल हुए। इसमें सफलता नहीं मिलने के बावजूद भी उन्होंने हार नहीं मानी। और चौथे प्रयास में उन्होंने यूपीएससी में 16वां रैंक हासिल किया। इस सफलता से परिवार के साथ ही गांव में भी खुशी का माहौल है। इस गांव मे पहली बार कोई इतनी बड़ी सफलता हासिल किया है।
वाराणसी सदर एसडीएम हैं शिशिर
UPSC की परीक्षा में शानदार सफलता मिलने से पहले भी शिशिर ने अपनी प्रतिभा का झलक दिखला दिया था। वर्ष 2020 में यूपीपीएससी की परीक्षा में शिशिर कुमार सिंह ने अच्छे रैंक के साथ सफलता प्राप्त की थी। जिसके बाद उन्हें एसडीएम बना गया। फिलहाल शिशिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी सदर के एसडीएम हैं। इस सफलता के बाद भी वे रूके नहीं। उन्होंने अपने लक्ष्य को लेकर कड़ी मेहनत जारी रखी। जिसका परिणाम अब मिला।