गाजीपुर में सोमवार को सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने बुद्ध जयंती को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ”देश संविधान से चलेगा, बाबाओं के बयान से नहीं चलेगा। गेरुआ वस्त्र पहनकर मुझे धमकाने वाले सारे आतंकवादी थे। मैंने कुछ दिन पहले यही कहा था कि धर्म की आड़ में आप किसी का अपमान नहीं कर सकते। लेकिन क्या हुआ? जब साधु के वेश में सारे आतंकवादी बोलने लगे। कोई मेरा सिर काटने का, तो कोई मेरी जबान काटने पर इनाम दे रहा था। मगर, योगी सरकार ने किसी के खिलाफ कोई मुकदमा नहीं कराया।”
केंद्र सरकार का रवैया तानाशाही भरा
उन्होंने आगे कहा, “योगी सरकार साजिश के तहत आरक्षण व्यवस्था ध्वस्त कर रही है। अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़े वर्ग के आरक्षण को शून्य कर रही है। केंद्र सरकार का रवैया तानाशाही भरा और लोकतंत्र की हत्या करने जैसा है।” सुभासपा अध्यक्ष राजभर पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ओपी राजभर दगे कारतूस जैसे सपा में आए थे, ज्यादा देर टिक नहीं पाए और बाहर हो गए।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने बाबा बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के हिंदू राष्ट्र के बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, “मक्खी-मच्छरों के भिनभिनाने से बादलों की आवाज नहीं निकल सकती है।” दिल्ली में महिला रेसलर प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार लोकतंत्र को कुचलने का काम कर रही है। सरकार देश की गौरवशाली बेटियों का अपमान कर रही है।”
उन्होंने कहा, “RSS प्रमुख कहते हैं कि देश में जो भी है, वह हिंदू है। क्योंकि, हिंदू बौद्ध सिख जो भी थे वह हिंदू थे। समय-समय पर धर्म परिवर्तन कर वह अन्य धर्म में चले गए। ऐसे में सभी हिंदू थे, तो मुसलमान कहां से आ गए? हम कहते हैं कि हमारा देश धर्मनिरपेक्ष और पंथनिरपेक्ष है, तो फिर हिंदू और मुसलमान कहां से आ गया? संविधान की कसम लेकर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बने हैं। लेकिन आज वही लोग संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं। जब भारतीय संविधान में हिंदू राष्ट्र की कही बात नहीं है, तो हिंदू राष्ट्र की मांग करना गैर-संवैधानिक है।”
हिंदू राष्ट्र की मांग करने वाले भारत विरोधी
उन्होंने कहा, “जब परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद पाकिस्तान के टैंक तोड़ रहे थे। उस वक्त भाजपा और RSS के लोग दूर-दूर तक नहीं दिखाई दिए। हिंदू राष्ट्र की मांग करने वाले संविधान विरोधी होने के साथ भारत विरोधी भी हैं। वह भारत को बंटवारे की तरफ ले जाना चाहते हैं। ये लोग देश के दुश्मन हैं। हिंदू राष्ट्र की मांग करना देश के बंटवारे का बीज बोना है।”
”जो का न्यायपालिका को करना चाहिए, उसे गुंडे कर रहे हैं”
स्वामी प्रसाद मौर्य ने अतीक हत्याकांड पर तंज कसते हुए कहा कि पुलिस वालों के बीच तीन भाड़े के गुंडों ने हत्या कर दिया और फिर पुलिस को सरेंडर कर दिया। पुलिस ने एक भी गोली नहीं चलाई। जो काम न्यायपालिका को करना चाहिए, वह आज के गुंडे कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि योगीजी आपके अपने ही पुलिस के निकम्मे होने का प्रमाण पत्र दे रहे हैं।