मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर से अब लगातार अच्छी खबरें आ रही हैं। कोरोना से संक्रमित अब तक 891 लोग ठीक होकर घर लौट गए हैं। शनिवार को एक ASI जब कोरोना को हराकर अस्पताल से बाहर निकले, तो उनका उनका शानदार स्वागत हुआ। इंदौर पुलिस के अफसर स्वागत के लिए बैंड के साथ खड़े थे। चोइथराम अस्पताल के बाहर एएसआई भगवती शरण शर्मा का पुलिस बैंड ने धुन बजाकर स्वागत किया।
दरअसल, एएसआई भगवती शरण शर्मा ड्यूटी के दौरान कोरोना से संक्रमित हो गए थे। 13 दिनों से वह इंदौर के चोइथराम अस्पताल में भर्ती थे। शनिवार को अस्पताल से उनकी छुट्टी हुई तो बाहर में पुलिस के बड़े अधिकारी वहां खड़े थे। सीनियर अफसरों को वहां मौजूद देखकर भगवती शरण शर्मा भावुक हो गए।
Madhya Pradesh: Indore's Assistant Sub Inspector (ASI) Bhagwati Sharan Sharma was welcomed by Police personnel and Police band after he was discharged from Choithram Hospital yesterday upon making a full recovery from #COVID19. pic.twitter.com/QM6im0xRMB
— ANI (@ANI) May 10, 2020
ओपन जिप्सी में गए घर
एएसआई को पुलिस की ओपन जिप्सी में घर भेजा गया। आमतौर पर इस जिप्सी का प्रयोग वीवीआईपी लोगों के स्वागत के लिए होता है। उसी जिप्सी में सवार होकर भगवती शरण शर्मा अस्पताल से घर के लिए निकले। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए, उनके ऊपर रास्ते में साथियों ने फूलों की बारिश की। मास्क पहने भगवती शरण शर्मा सबका अभिवादन करते हुए घर की तरफ बढ़ते गए। उन्होंने 13 दिन में ही कोरोना को हराया है।
रेड कारपेट वेलकम
दरअसल, एमपी में पुलिसकर्मी 62 साल की उम्र में रिटायर होते हैं। भगवती शरण शर्मा नवंबर 2020 में रिटायर होने वाले हैं। 26 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। उन्होंने 13 दिन में ही कोरोना को हराया है। ओपन जिप्सी से जब वह मल्हारगंज स्थित घर पहुंचे, तो परिजनों ने स्वागत के लिए रेड कारपेट बिछाया। इस पर होकर वे अपने घर में पहुंचे।
रास्ते में फूलों की बारिश
एएसआई को अस्पातल के बाहर स्वागत करने के लिए डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र समेत कई सीनियर पुलिस अफसर मौजूद थे। पुलिस बैंड से उनका धुन बजाकर स्वागत हुआ। एएसआई भगवती शरण शर्मा का वाहन जिस मार्ग से होकर गुजरा वहां तैनात पुलिसकर्मियों पर उन पर पुष्प वर्षा की। साथ ही तालियां भी बजाई। आमलोगों ने भी उन पर फूलों की बारिश की। मोहल्ले में लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए आतिशबाजी भी की।