Kolkata. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एक बार फिर राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था और एक के बाद आतंकियों की गिरफ्तारी को लेकर राज्य सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया है. इस संबंध में शनिवार को राज्यपाल धनखड़ के तीन ट्वीट किए.
अपने ट्वीट में राज्यपाल ने लिखा कि एनआईए ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में अलकायदा के मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है. इस मामले में पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक ( डीजीपी ) ने मुझसे कहा है कि पश्चिम बंगाल पुलिस मजबूती से कानून का पालन करती है. कानून का अतिरिक्त इस्तेमाल कर न तो किसी का साथ दिया जा सकता है और न किसी के खिलाफ कोई भेदभाव किया जा सकता है.
आखिर जब पुलिस इतनी मजबूती से कानून का पालन कर रही थी तो यहां लगातार आतंकी मॉड्यूल स्थापित कैसे हो रहे हैं? डीजीपी का यह कहना कि कानून का इस्तेमाल किसी के साथ भेदभाव के लिए नहीं कर सकते, का क्या मतलब है?
राज्यपाल ने अपने ट्वीट में लिखा है कि बंगाल अवैध बम बनाने वालों का सुरक्षित पनाहगाह बन गया है. इससे लोकतंत्र अस्थिर हो सकता है जबकि ममता बनर्जी की पुलिस राजनीतिक कामों को पूरा करने और राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ कार्रवाई में व्यस्त है.
अपने ट्वीट के जरिए राज्यपाल ने पुलिसकर्मियों के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि वे पुलिसकर्मी, जो ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं, बुरे नहीं हैं. शीर्ष पदों पर बैठे लोगों का बर्ताव राजनीतिक रूप से निर्देशित है. बंगाल पुलिस के डीजीपी का इस तरह का बर्ताव बहुत परेशान करने वाला है. वास्तविकता यह है कि बंगाल पुलिस के आला अधिकारी राजनीतिक रूप से निर्देशित हैं.