उपचुनाव से पहले एमपी में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक की मांग से एमपी की राजनीति फिर से गरमा गई है। सिंधिया समर्थक जसवंत जाटव ने मांग की है कि उपचुनाव में बीजेपी का चेहरा ज्योतिरादित्य सिंधिया हो। ‘महाराज’ के समर्थक की मांग से बीजेपी उलझन में है। वहीं, कांग्रेस ने तंज कसा है।
सिंधिया समर्थक की मांग के बाद से एमपी की राजनीति में यह सवाल उठने लगा है कि क्या बीजेपी उपचुनाव शिवराज नहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया के चेहरे पर लड़ेगी। सियासी गलियारों में इसकी चर्चा तो थी, लेकिन सिंधिया समर्थक जसवंत जाटव ने अपनी मांग से इसे और हवा दे दी है। करेरा से पूर्व विधायक और सिंधिया समर्थक जसवंत जाटव ने कहा है कि आज शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया एक साथ हैं। यहां चुनाव बीजेपी लड़ेगी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया बने चेहरा
उपचुनाव में करेरा से पूर्व विधायक जसवंत जाटव भी टिकट के दावेदार हैं। उन्होंने कहा है कि बीजेपी के साथ-साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया भी जनता के चहेते होंगे। जनता उनके नाम पर ग्वालियर-चंबल संभाग में वोट देते आई है। उन्होंने कहा कि ग्वालियर-चंबलल में ज्योतिरादित्य सिंधिया ही उपचुनाव में पार्टी का चेहरा होंगे।
ग्वालियर-चंबल में 16 सीट
एमपी में 24 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। 24 में से 16 सीट ग्वालियर-चंबल संभाग से आते हैं। कांग्रेस में रहते हुए, उसे इलाके में पार्टी का चेहरा ज्योतिरादित्य सिंधिया ही होते थे। बीजेपी के सामने मुश्किल यह है कि उस संभाग से पार्टी में पहले से कई कद्दावर नेता हैं। सिंधिया के नाम पर चुनाव लड़ने से उन नेताओं को दरकिनार करना होगा। साथ ही शिवराज के फेस को भी दरकिनार नहीं कर सकती है।
कांग्रेस ने पूछा सवाल
वहीं, कांग्रेस सिंधिया पर लगातार हमलावर है। जसवंत जाटव की मांग पर कांग्रेस ने पूछा है कि उपचुनाव से पहले बीजेपी को बता देना चाहिए कि पार्टी का चेहरा कौन होगा। कांग्रेस ने यह भी कहा है कि 22 पूर्व विधायकों को जनता इस चुनाव में सबक सिखाएगी।