New Delhi. भारत और चीन के बीच जारी सीमा विवाद पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज लोकसभा में जानकारी दी. राजनाथ सिंह के बयान के बाद पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर हमला बोला है.
क्या कहा राहुल ने?
राहुल गांधी ने कहा- रक्षामंत्री के बयान से साफ है कि मोदी जी ने देश को चीनी अतिक्रमण पर गुमराह किया. हमारा देश हमेशा से भारतीय सेना के साथ खड़ा था, है और रहेगा. लेकिन मोदी जी, आप कब चीन के ख़िलाफ़ खड़े होंगे? चीन से हमारे देश की ज़मीन कब वापस लेंगे? चीन का नाम लेने से डरो मत.
रक्षामंत्री के बयान से साफ़ है कि मोदी जी ने देश को चीनी अतिक्रमण पर गुमराह किया।
हमारा देश हमेशा से भारतीय सेना के साथ खड़ा था, है और रहेगा।
लेकिन मोदी जी,
आप कब चीन के ख़िलाफ़ खड़े होंगे?
चीन से हमारे देश की ज़मीन कब वापस लेंगे?चीन का नाम लेने से डरो मत।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 15, 2020
कांग्रेस ने सदन से किया वॉक आउट
सदन में जब भारत और चीन के बीच सीमा विवाद पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह अपनी बात कर रहे थे, उस समय कांग्रेस ने चर्चा की मांग की, लेकिन स्पीकर से अनुमति नहीं मिलने के बाद कांग्रेस ने सदन से वॉक आउट किया. वॉक आउट के बाद पार्टी के नेताओं का कहना है कि सदन की परंपरा के अनुसार प्रमुख मुद्दों पर बहस की जानी चाहिए लेकिन सरकार उनके सवालों से डरी हुई है.
स्थिति से निपटने के लिए तैयार
राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे सुरक्षाबल हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. हम उनके साथ मजबूती से खड़े हैं. 15 जून को हमारे जवानों ने स्टेटस बदलने के प्रयास को असफल कर दिया. जवानों ने बलिदान दिया है. चीन को भी भारी नुकसान हुआ. चीन की ये कोशिश हमें मंजूर नहीं है.
जवान तैनात
राजनाथ सिंह ने लोकसभा में बताया कि चीन ने एलएसी और आंतरिक क्षेत्रों में बड़ी संख्या में सेना की तैनाती की है और हथियार इकट्ठा किए हैं. पूर्वी लद्दाख, गोगरा, कोंगका ला, पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिण बैंकों में कई फ्रिक्शन प्वाइंट हैं. भारतीय सेना ने भी इन क्षेत्रों में भारी तैनाती की है. राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे जवानों के हौसले बुलंद हैं, इसमें किसी को शक नहीं होना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लद्दाख का दौरा कर हमारे जवानों से मुलाकात की. उन्होंने यह संदेश भी दिया था वह हमारे वीर जवानों के साथ खड़े हैं. मैंने भी लद्दाख जाकर अपने यूनिट के साथ समय बिताया था.
उन्होंने कहा कि यह भी बताना चाहता हूं कि अभी तक भारत-चीन के बॉर्डर इलाके में कॉमनली डेलीनिएटिड LAC नहीं है और LAC को लेकर दोनों की धारणा अलग-अलग है. राजनाथ सिंह ने कहा, ‘हम सीमाई इलाकों में मुद्दो का हल शांतिपूर्ण तरीके से किए जाने के प्रति प्रतिबद्ध हैं. हमने चीनी रक्षा मंत्री से रूस में मुलाकात की. हमने कहा कि इस मुद्दे का शांतिपूर्ण तरीके से हल करना चाहते हैं, लेकिन भारत की संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं.