पटना. पेगसस जासूसी मामले को लेकर एनडीए के सहयोगी और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बीजेपी को मुश्किल में डाल दिया है. नीतीश कुमार ने इस मसले पर जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि टेलीफोन टैपिंग पर बात होनी चाहिए. इन सब चीजों पर एक-एक बात को ध्यान में रखकर बात होना चाहिए. इतने दिनों से जब वह लोग बोल रहे हैं तो मेरी समझ से जांच होनी चाहिए. सरकार कह रही है और लोगों को कुछ मालूम है तो आगे रखना चाहिए. इससे पहले इस स्कैंडल के सामने आने पर उन्होंने कई बार सार्वजनिक रूप से चिंता प्रकट की थी.
जातीय जनगणना पर अपना पक्ष रखते हुए उन्होंने कहा, “हम पहले से कहा रहे हैं कि जो जातीय जनगणना की बात है, उस पर हम बात करते रहते हैं. आज ही इस बारे में हम सभी से बात कर लेंगे. कई दल के लोगों से बात करेंगे. इससे कोई तनाव नहीं होगा, समाज में ख़ुशी होगी. जब जातीय जनगणना हो जाएगा तो सभी की संतुष्टि हो जाएगी. कितने राज्यों का विचार है. केंद्र सरकार पर है लागू करना या ना करना, हम तो अपनी बात आगे रखेंगे. कुछ लोग बोल सकते हैं कि इसमें कोई जाति का फर्क नहीं है, समुदाय का फर्क नहीं है. एक बार हो जाना चाहिए. हमारी मानिये इसका फायदा जरूर होगा. हम लोगों को लगता है कि सभी लोगो की राय है कि यह देश में एक बार होना चाहिए, यह देश के हित में है.”
A probe should be done, indeed. We have been hearing about telephone tapping for so many days, the matter should be discussed (in Parliament). People (Opposition) have been reiterating (for talks) for so many days, it should be done: Bihar CM Nitish Kumar pic.twitter.com/LeNCddsyd8
— ANI (@ANI) August 2, 2021
गौरतलब है कि संसद का मॉनसून सत्र जब से शुरू हुआ है, तब से पेगागस जासूसी मामले पर विपक्ष सरकार के खिलाफ हमलावर है. ऐसा इसलिए क्योंकि पेगासस जासूसी मामले में ये खुलासा हुआ था कि भारत में कई विपक्षी नेता, पत्रकार और दूसरी हस्तियों के फ़ोन हैक किए गए थे. यही वजह है कि विपक्ष के बाद नीतीश कुमार का बयान सरकार के लिए मुश्किल बन गया है.