UPSC IAS Topper Garima Lohia: गरिमा लोहिया के पिता बिहार के बक्सर जिले में कपड़े के थोक व्यापारी थे। गरिमा ने मंगलवार को घोषित परिणामों के अनुसार, सिविल सेवा परीक्षा, 2022 में दूसरी रैंक हासिल की है। वुडस्टॉक स्कूल बक्सर से पढ़ाई करने के बाद वह उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली चली गईं, जहां उन्होंने किरोड़ीमल कॉलेज में कॉमर्स की पढ़ाई की। गरिमा ने बताया कि मैं दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज में पढ़ाई की और 2020 में बी-कॉम परीक्षा उत्तीर्ण की। सिविल सेवा परीक्षा पास करना मेरा लक्ष्य था। स्नातक के बाद मैंने दो बार प्रयास किए। दूसरे प्रयास में मैंने यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण की।
2015 में पिता की मौत
उन्होंने कहा कि मेरे पिता बक्सर जिले में कपड़ों के थोक व्यापारी थे। 2015 में दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई थी। हम बिहार के बक्सर शहर में रहते हैं और हमारे सामने वही चुनौतियां हैं, जो एक छोटे शहर के व्यक्तियों के सामने रहती हैं। मैं हमेशा छोटे शहरों और गांवों में रहने वाले लोगों के लिए कुछ करने के बारे में सोचती हूं। इसी ने मुझे सिविल सेवा परीक्षा में जाने के लिए प्रेरित किया।
बिना कोचिंग की पढ़ाई
अपने शेड्यूल के बारे में उन्होंने कहा कि मैं हर रोज 8 घंटे, 10 घंटे और कभी-कभी सिर्फ 4 घंटे पढ़ाई करती थी। गरिमा 13 सदस्यों वाले संयुक्त परिवार में रहती हैं। गरिमा ने बताया कि जब कोरोना देश में शुरू हुआ तो वह दिल्ली से वापस बक्सर आ गई, लेकिन उनकी मंजिल यूपीएससी ही रही। उस दौर में सारे कोचिंग बंद हो गए। वे कहती हैं कि उन्होंने कभी प्रॉपर कोचिंग नहीं ली और यू ट्यूब तथा अन्य मेटेरियल से ही तैयारी करती रहीं, आखिर उसका परिणाम आज सबके सामने है।
मां को सफलता का श्रेय
उन्होंने इस सफलता का श्रेय अपनी मां को देते हुए कहा कि उसी से प्रेरणा मिली। यूपीएससी की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को संदेश देने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हो सकता है कि प्रारंभिक दौर में असफलता मिले। लेकिन असफलता से घबराना नहीं चाहिए बल्कि फिर से पूरी ताकत से प्रयास करना चाहिए सफलता जरूर आएगी।
परिवार में सिर्फ दादा कमाने वाले
गरिमा मे बताया कि उनके परिवार में कमाने वाले सिर्फ उनके दादा हैं। उनकी दो बहनें और एक भाई है। बड़ी बहन की शादी जबलपुर में हुई है, जबकि छोटा भाई बीकॉम का छात्र है। यूपीएससी ने मंगलवार को अंतिम परिणाम की घोषणा की, जिसमें इशिता किशोर ने देश में शीर्ष रैंक हासिल की और उनके बाद गरिमा लोहिया का स्थान रहा।